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आरईसी को जनरेटिव एआई कार्यान्वयन के लिए प्रौद्योगिकी उत्कृष्टता पुरस्कार प्राप्त हुआ
तारीख 23-07-2024
विद्युत मंत्रालय के अंतर्गत महारत्न सीपीएसई और अग्रणी एनबीएफसी आरईसी लिमिटेड को अपनी आईटी परियोजना “आरईसी में जनरेटिव एआई कार्यान्वयन” के लिए ‘प्रौद्योगिकी उत्कृष्टता पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार बेंगलुरु में आयोजित ईलेट्स इंडिया एआई शिखर सम्मेलन 2024 में ‘प्रभावशाली सार्वजनिक क्षेत्र आईटी हस्तक्षेप’ श्रेणी के तहत प्रदान किया गया।
आरईसी अपने परिचालन में दक्षता, प्रभावकारिता और शासन को बढ़ाने के लिए जनरेटिव एआई को अपनाने और लागू करने के द्वारा सीपीएसई कंपनियों के बीच अग्रणी रूप में उभरा है। इस अभिनव दृष्टिकोण ने आरईसी को सार्वजनिक क्षेत्र के भीतर पर्याप्त सुधार लाने के लिए अत्याधुनिक तकनीक का लाभ उठाने में अग्रणी के रूप में स्थापित किया है।
इस सम्मान की सराहना करते हुए, आरईसी के सीएमडी श्री विवेक कुमार देवांगन ने कहा, "यह सम्मान आरईसी के अभिनव समाधानों को अपनाने के प्रति समर्पण को दर्शाता है जो परिचालन उत्कृष्टता और अभिशासन को बढ़ावा देते हैं। हमने अपने कार्यस्थल को बेहतर बनाने के लिए अत्याधुनिक तकनीकों को अपनाने में लगातार अग्रणी भूमिका निभाई है। उन्नत एआई तकनीकों को एकीकृत करके, आरईसी देश की तकनीकी प्रगति में योगदान देने वाली अग्रणी पहलों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित करना जारी रखेगा।"
इलेट्स इंडिया एआई समिट 2024 प्रौद्योगिकी परिदृश्य में एक अग्रणी कार्यक्रम है, जिसे इलेट्स द्वारा इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई), भारत सरकार, इलेक्ट्रॉनिक्स, आईटी, बीटी और एसएंडटी विभाग, कर्नाटक सरकार और कर्नाटक इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी सोसाइटी (केआईटीएस) के सहयोग से आयोजित किया गया था। शिखर सम्मेलन में उद्योग जगत के प्रतिनिधियों, नीति समूहों और प्रौद्योगिकी के प्रति उत्साही लोगों को एआई में प्रगति का जश्न मनाने और क्षेत्र में संयुक्त योगदान के लिए एक मंच प्रदान किया गया।
आरईसी लिमिटेड के बारे में –
आरईसी, विद्युत मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के अधीन एक महारत्न कंपनी है और आरबीआई के साथ गैर-बैंकिंग वित्त कंपनी (एनबीएफसी), सार्वजनिक वित्तीय संस्थान (पीएफआई) और इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंस कंपनी (आईएफसी) के रूप में पंजीकृत है। आरईसी उत्पादन, पारेषण, वितरण, नवीकरणीय ऊर्जा और इलेक्ट्रिक वाहन, बैटरी स्टोरेज, पंप स्टोरेज, ग्रीन हाइड्रोजन, ग्रीन अमोनिया परियोजनाओं जैसी अनेक नई प्रौद्योगिकियों सहित पूरे विद्युत अवसरंचना क्षेत्र को वित्तपोषित कर रही है। हाल ही में आरईसी द्वारा गैर-विद्युत अवसंरचना क्षेत्र में भी विविधता लाई गई है जिसमें राजमार्ग और एक्सप्रेस वे, मेट्रो रेल, हवाई अड्डे, आईटी संचार, सामाजिक और वाणिज्यिक बुनियादी ढांचा (शैक्षणिक संस्थान, अस्पताल), बंदरगाह जैसे अनेक क्षेत्रों जैसे इस्पात, रिफाइनरी आदि के संबंध में इलेक्ट्रो-मैकेनिकल (ई एंड एम) कार्य शामिल हैं। आरईसी लिमिटेड देश में बुनियादी अवसंरचना परिसंपत्तियों के निर्माण के लिए राज्य, केंद्र और निजी कंपनियों को विभिन्न परिपक्वता अवधि के ऋण प्रदान करती है।
आरईसी लिमिटेड विद्युत क्षेत्र के लिए सरकार की अग्रणी योजनाओं में प्रमुख रणनीतिक की भूमिका निभा रही है और प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना (सौभाग्य), दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना (डीडीयूजीजेवाई) और राष्ट्रीय विद्युत निधि (एनईएफ) योजना के लिए नोडल एजेंसी के रूप में चुनी गई थी , इन योजनाओं के परिणामस्वरूप देश के अंतिम छोर तक वितरण प्रणाली को मजबूत बनाया गया तथा 100% ग्रामीण और घरेलू विद्युतीकरण किया गया। आरईसी को कुछ राज्यों एवं संघ राज्य क्षेत्रों की संशोधित वितरण क्षेत्र योजना (आरडीएसएस) के लिए भी नोडल एजेंसी बनाया गया है। केंद्र सरकार द्वारा आरईसी को ‘पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना’ की जिम्मेदारी भी दी गई है। 31 मार्च 2024 के अनुसार आरईसी की लोन बुक ₹5.09 लाख करोड़ एवं नेट वर्थ ₹68,783 करोड़ है।